बरोडा पेम्फलेट का कर्टुन |
बरोडा पेम्फलेट |
वडोदरा में युजीसी के सेमिनार में एक अच्छा दोस्त मीला. धी बरोडा पेम्फलेट.
अंग्रेजी भाषा में इतना बहेतरीन मेगेज़ीन गुजरात के किसी शहर से निकल रहा है, यह
जानना हमारे लिए आश्चर्य की बात थी. मेगेज़ीन के कन्टेन्ट के बारे में एक ही
उदाहरण काफी है. ‘व्हुझ आर्ट? व्हुझ गेलेरी?’ में आठ कार्टुन्स द्वारा
एन्टि-कास्ट आर्टीस्ट की नीओ-कार्टुनीस्ट से तुलना की गई है. दोनों के बीच ऐसा
संवाद होता है:
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: आई फर्गेट वर्णाश्रम इन माई आर्ट वर्क.
नीओ-कार्टुनीस्ट: रामायण एन्ड महाभारत आर थीम्स इन माई आर्ट वर्क.
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: आई डीड नोट फाइन्ड गेलरी स्पेस, स्ट्रीट वोल्स बीकेम माई
गेलेरीझ.
नीओ-कार्टुनीस्ट: ओल गेलरीझ आर ओक्युपाईड वीथ माई आर्ट वर्क.
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: नाइधर आर्ट वर्ल्ड नोर मीडीया रेकग्नाइज्ड माई आर्ट वर्क.
नीओ-कार्टुनीस्ट: आई पोप्युलराइज्ड ओलरेडी पोप्युलर, सो माई वर्क बीकेम
पोप्युलर आर्ट.
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: आई ओल्वेज फर्गेट पेट्रीआर्की इन माई आर्ट.
नीओ-कार्टुनीस्ट: आई हाईलाइट न्युडीटी इन माई आर्ट
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: आई रीफ्लेक्ट सोसायटी इन माई आर्ट.
नीओ-कार्टुनीस्ट: आई रीफ्लेक्ट सोसायटी मेम्बर्स एन्ड मार्कट वेल्यू.
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: इन धी नेइम ओफ सीडीशन गवर्नमेन्ट इम्प्रीजन्ड मी.
नीओ-कार्टुनीस्ट: गवर्नमेन्ट रेकग्नाइज माई आर्ट एन्ड गेव मी पद्मभूषण.
एन्टी-कास्ट आर्टीस्ट: ए काइन्ड हार्टेड जेन्टलमेन पब्लिस्ड माई वर्क
पोस्थुमस्ली.
नीओ-कार्टुनीस्ट: फाइव पीएचडी थीसीस हेव बीन रीटन ओन माई आर्ट वर्क.
यह कार्टुन्स देखकर मुझे एम एफ हुसेन याद आ गए, जिन्हे नग्न हिन्दु देवियां और
माधुरी दिक्षित में ज्यादा दिलचश्पी थी और जिन्होनें कभी भी इस देश के दलित की
बेबसी पर कोई पेन्टिंग्स करना मुनासिब नहीं समजा. संघ परिवार के बजरंगी लोग हुसेन
को गालियां देते रहे और कुछ लोग कला की स्वायत्तता पर बहस करते रहे. हमारे दलित
द्रष्टिकोण से तो हुसेन और बजरंगियों में कोई फर्क नहीं था.
बरोडा पेम्फलेट के संपादक वी. दिवाकर है.