गुरुवार, 12 अप्रैल 2012

गुजरात के गौरव की पुन स्थापना के लिए - नागरीक पहल


प्रस्ताव

हम गुजरात के प्रबुद्ध साक्षरों, लेखकों, साहित्यकारों, कविओं, नाट्यकारों, रंगकर्मीओं, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों, कर्मशीलों, शिक्षाविदों, समाजचिंतको एवं शांतिचाहकों गुजरात की अग्रणी, साहित्यसेवी संस्था गुजराती साहित्य परिषद के अध्यक्ष पद पर विश्व हिन्दु परिषद के प्रमुख केशवराम का. शास्त्री की सन् 1985 में हुई नियुक्ति के लिये अफसोस और खेद महेसूस कर रहे हैं. हम मानते हैं कि उनकी नियुक्ति से गुजरात को धार्मिक कट्टरपंथ की ओर ले जानेवाली ताकतों को बल मिला था. विश्व हिन्दु परिषद और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के साथ जुडी संस्थाओं ने एकत्र होकर गुजरात में सन् 2002 की घातकी और अमानवीय घटनाओं के लिये जिम्मेदार वैचारिक भूमि तैयार की थी. गुजरात के गौरव को कलंकित करनेवाली ऐसी घटनायें भविष्य में ना हो उसके लिये संपूर्ण संवेदनशीलता के साथ सर्तक रहने की निसबत से हम ये प्रस्ताव पारित करते हैं.

                अहमदाबाद  ता. 12.4.2012




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